CONTENTS OF A SALES MANUAL PERSONAL SELLING IN HINDI एक विक्रय नियमावली की रुपरेखा

  1. संपर्क जानकारी:  विक्रय नियमावली में कम्पनी प्रबंधन से जुड़े सभी लोगों के  ईमेल पते और फोन नंबर शामिल होने  चाहिए ताकि विक्रयकर्ता  उत्पाद के बारे में अतिरिक्त जानकारी इकठा करने के लिए उनकी  में मदद ले सके |
  2. विक्रय रणनीति: इसके अंदर लक्षित  बाजार, बाजार का आकार, विक्रय चक्र, आदर्श ग्राहकों के  प्रोफ़ाइल, वर्तमान ग्राहकों की सूची, संदर्भ, प्रेस उल्लेख और सफलता की कहानियां इत्यादि शामिल होती हैं । 
  3. उत्पाद और प्रदर्शन: इसमें उत्पाद की स्थिति, उत्पाद की प्रमुख विशेषताओं-लाभों की सूची, उत्पाद के उपयोग-प्रदर्शन इत्यादि पर प्रकाश डाला जाता है | अगर विक्रय नियमावली एक पेज में बनाया जाये तो उत्पाद के तीन चार प्रमुख विशेषताओं को ही दर्शाना चाहिए |
  4. प्रतियोगिता: विक्रय नियमावली  के अंदर प्रतिद्वंदी कंपनियों के बारे में भी जानकारियां देनी चाहिए | इसमें प्रतिद्वंदी कंपनी के ताकत, कमजोरी, और उनकी  रणनीति का अवलोकन किया जाता है |
  5. मूल्य निर्धारण: इसके अंतर्गत विक्रय नियमावली  में  सभी मूल्य निर्धारण, आदेश और कॉन्फ़िगरेशन जानकारी शामिल होती है ।
  6. संपार्श्विक दस्तावेज:  विक्रय नियमावली में सभी संबद्ध संपार्श्विक दस्तावेज जैसे आंकड़ा शीट  और ब्रोशर शामिल  होने चाहिए |
  7. विक्रय प्रस्तुति:  विक्रयकर्ताओं को यह बताना महत्वपूर्ण है कि उत्पाद को कैसे प्रस्तुत किया जाए । सफलता की कहानियों और विशेषताओं का विवरण देने वाली एक ऑनलाइन प्रस्तुति अच्छी प्रस्तुति बन सकती है। प्रस्तुति का एक वीडियो भी एक उपयोगी हो सकता है।
  8. शब्दावली:  एक विक्रयकर्ता को कभी भी उत्पाद से जुड़े कठिन शब्दों और समस्त शब्दावली की आवश्यकता हो सकती है। इसलिए विक्रय नियमावली में शबदावली का शामिल किया जाना बहुत महत्वपूर्ण है |
  9. सूची : यदि 50 से अधिक पृष्ठों की विक्रय पुस्तिका है तो एक सूची शामिल करना ज़रूरी हो जाता है |
  10.  संदर्भ सामग्री: विक्रय नियमावली में उन संदर्भों को शामिल किया जाना चाहिए जहा से विक्रयकर्ता अधिक जानकारी पा सकते हैं  | जैसे कि कंपनी की वार्षिक विवरण, मासिक पुस्तिकाएं, परिपत्र आदि में कंपनी की बहुतायत जानकारी होती हैं, इन्हें विक्रय नियमावली में ज़रुर शामिल किया जाना चाहिए |
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