FACTORS AFFECTING ETHICS IN PERSONAL SELLING HINDI NOTES

व्यक्तिगत कारक:

  1. आयु: चूंकि उम्र किसी व्यक्ति केकैरियर की अवधि  से जुड़ी है , इसलिए अनुभवी विक्रयकर्ताओं  को अपनी जिम्मेदारियों का  सावधानीपूर्वक निर्वहन करना अच्छे से आता है और  वे अनैतिक विक्रय गतिविधियों में कम शामिल होते  हैं। कम उम्र के विक्रयकर्ता  अक्सर जल्द  से जल्द काम पूरा करने और जल्दी से ज्यादा पैसा कमाने के लालच में अनैतिक गतिविधियों में ज्यादा लीन होते हैं |
  2. लिंग:  कई शोध से पता चलता है महिला विक्रयकर्ता  ज्यादा नैतिक तरीके से कार्य करती हैं | पुरुष विक्रयकर्ता  की तुलना में ग्राहक के प्रति उनका व्यव्हार भी अच्छा होता है |
  3. व्यक्तिगत मूल्य: किसी व्यक्ति के व्यक्तिगत मूल्य बड़े पैमाने पर विक्रयकर्ता  के  रूप में  उनके व्यवहार की  नैतिकता को प्रभावित करते हैं। कई बार  विक्रयकर्ता  द्वारा बचपन में माता पिता से सीखे गये  मूल्यों की वजह से विक्रयकर्ता  अधिक सफल होते हैं

संगठनात्मक कारक

  1. कंपनी की चयन और प्रशिक्षण पोलिसी   : यदि कंपनी व्यक्तियों की भर्ती और प्रशिक्षण के दौरान सावधानी बरतती है, तो अनैतिक व्यवहार के मुद्दे कम होंगे।
  2. कंपनी की  आचार संहिता: एक संगठन में नैतिकता के नियम बड़े पैमाने पर विक्रयकर्ता  के व्यवहार को प्रभावित करता है। यदि कंपनी में नैतिकता का एक मजबूत नियम  है, तो  विक्रयकर्ताओं  के व्यवहार में नैतिक संघर्ष की संभावना कम होगी।
  3. पर्यवेक्षण और अनुशासन: नैतिकता का प्रबंधन करते समय पर्यवेक्षकों को विक्रयकर्ता के व्यवहार पर गहरी नजर रखनी चाहिए। पर्यवेक्षक / बिक्री प्रबंधक स्वयं अपने कार्यों में अनुशासन का पालन करते हैं क्योंकि उनके कार्य सीधे विक्रयकर्ता  के कार्यों को प्रभावित करते हैं ।
  4. इनाम और सजा नीतियां: इनाम और सजा की नीतियां भी विक्रयकर्ता  के नैतिक व्यवहार को प्रभावित करती हैं। यदि सजा नीति कठोर है, तो भविष्य में विक्रयकर्ता अनैतिक व्यवहार को नहीं दोहराएंगे।
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